Farmhouse ke maze
of
Ruchi
genre
incest
Hii dosto, m Ruchi ek baar fir hazir hu aapke liye ek nayi story k saath. Aap sab mere baare m to jaan hi gye ho. Or jo janna chahte h voh meri previous story "Kutto ki randi" padhe.
Haa to y baat us waqt ki h jab mere husband ek zruri kaam k liye ujjain gaye they. Hmesha ki trah ghar m mai or meri sasu thi. Meri sasu ne kaha ki chalo bahu bittu jab tak aayga tab tak hm farmhouse dekh lete h. Bhot din ho gye. Hmara farmhouse city s bhot dur h. Barish ke din they to sab jgah pani kichad rhta hi h. Aap to jante hi ho m sex ki kitni bhuki hu. Ek din hm dono subh 8 bje nikle driver k saath farmhouse smbhalne. Vha jaakr hmne thoda baate vgera ki fr hmne pool ki sfai ka plan bnaya. M aage chal rahi thi meri saas mere picchr thi achanak unka pair slip hua or voh gir gyi. Mne jldi s driver ko bulaya. Hmne unhe gadi m dala or mne driver s kha tum inhe phle hospital lekr jaao m yha dekh lungi. Drive unhe lekr nikl gya. Ab m akeli thi to mere mind m aaya q na nude rha jaaye aaj. Dur dur tk koi h bhi nhi or charo tarf unchi diware h. To mne sb kpde uthare or sirf panty pehn k pool saaf krne chal padi. Itne m driver ka call aaya ki badi malkin ko hospital m rkhna pdega aaj to mne kha tum unke saath hi rho meri tension mt lo. Ab m or bhi relax ho gyi thi. (अब हिंदी में)
जब मैं पूल साफ करने जा रही थी तो मैंने देखा एक जगह जमीन पर बड़ी चिटियों का झुंड है। मेरे मन में आया की क्यू ना चिटियों से मजे लिए जाएं। मैंने अपनी पैंटी उतारी और चूत में उंगली करने बैठ गई। चूत से जो थोड़ा पानी निकला उसे मैंने पूरी चूत पर फैला लिया। फिर मैं उन चिटियों पर चूत रख के बैठ गई। 2-4 मिनट बाद चिटियों ने मेरी चूत को सब तरफ से घेर लिया और मेरी चूत पे कम से कम 20-30 चीटियां चिपक गई और चूत को काटने लगी। मेरी चूत में इतना दर्द हो रहा था की मैं क्या बताऊं लेकिन आपको तो पता है मैं कितनी मादरचोद औरत हूं। सेक्स के लिए कुछ भी कर लेती हूं। मैं मस्त हुई जा रही थी। फिर मैंने अपने चूत के दोनो होंठ खोल दिए ताकि चीटियां अंदर तक मुझे मजा दे सके। मेरे मुंह से आआआआअह्हह sssssssss आआआअह्हह्ह जैसी आवाज़ें निकल रही थीं। मैं अपने बोबे दबा दबा के मस्त हो रही थी। फिर मैंने हाथ पर थूका और बोबे पर लगाया और 5-6 चीटियां उठा के बोबे पर छोड़ दी। चिटियों ने बोबो पर भी अपना काम दिखाना शुरू कर दिया। मुझे बहुत मजा आ रहा था। मैं बस आआह्हह उफ्फ sssssss आम्मम्मम्म आआम्मम्मम yeessss ssssss आआआअह्ह्ह काटो काटो और काटो आआआअह्ह्ह्ह जैसी आवाज कर रही थी। सारा फॉर्महाउस मेरी सिसकारियों से गूंज रहा था। माहोल बहुत सेक्सी हो गया था। 15-20 मिनट यही चलता रहा और फिर मैं एक जोरदार चीख के साथ कराहती हुई झड़ गई। मेरी चूत से बहुत सारा कामरस और सारी चीटियां उसमे डूब गई। बाकी चीटियां मेरी चूत पर चिपकी रहीं।मुझे बहुत सेक्सी और हार्नी फीलिंग आ रही थी। फिर मैंने सोचा चलो ऐसे ही पूल साफ कर देती हूं।
मैं पूल में गई थी वोह सुखा ही था। बारिश का बहुत थोड़ा सा पानी उसमे था। और फिर मैंने वहां बहुत सारे गिल (warm) देखे। Woww मैं तो और भी खुश हो गई और फिर चूत पसार के वहां बैठ गई। और गिल उतर kr चूत पे रख लिए। 8-10 गिल थे। जब वोह चूत पर चल रहे थे तो मेरा सारा बदन कांप उठा। चूत पर इतनी गुदगुदी हो रही थी की मेरी जोर जोर से हंसी निकल रही थी। और वही मेरी मादक आवाज़ें पूल में भी गूंजने लगी। बहुत ही कामुक माहोल बन गया था मेरी आवाजों से। मैं हस्ते हस्ते जमीन पर लेट गई। गिल मुझे और भी मस्ती दे रहे थे। मैंने सभी गिल को अपनी चूत से हटाया और चूत पर 10-15 जोरदार थप्पड़ लगाए जिससे मैं और भी चिहुक उठी। आआआअह्ह्ह् क्या एहसास था वोह। मैंने वापस गिल को चूत पर रखा और वही लेती रही। उनकी गुदगुदी की वजह से में एक बार और बहुत जोरदार तरीके से आआह्ह्हह ऊऊऊह्च करते हुए झड़ गई। मेरी वासना सातवे आसमान पर थी। मैं इतनी जोर से झड़ी की आंखों के आगे अंधेरा छा गया, होठों पर मादक मुस्कान दौड़ गई, चूत और भी ज्यादा गर्म हो गई। थोड़ी देर मैं यूंही पड़ी रही। फिर 1 घंटे बाद मैने देखा मेरी चूत फिर से नॉर्मल हो गई है और चुदने के लिए तयार भी। फिर मैं उठी और pvc पाइप लिया और उसे चूत के अंदर डाल लिया। और उससे डिल्डो की तरह अपनी चूत को खूब चोदा। 12-15 इंच चूत में डाल कर एक बार और झड़ी।
मैं अपनी महिला साथियों से कहना चाहूंगी कि कही भी कैसे भी सेक्स का मोका मिले कर डालो। यही जिंदगी है। और चिटियों के काटने से कोई भी खतरा नहीं होता है। थोड़ा लाल हो जाता है फिर वापस सही भी जो जाता है। ये मेरा खुद का अनुभव है।
तो कैसी लगी मेरी यह स्टोरी। ये स्टोरी नही बल्कि 100% रियल किस्सा है।
Haa to y baat us waqt ki h jab mere husband ek zruri kaam k liye ujjain gaye they. Hmesha ki trah ghar m mai or meri sasu thi. Meri sasu ne kaha ki chalo bahu bittu jab tak aayga tab tak hm farmhouse dekh lete h. Bhot din ho gye. Hmara farmhouse city s bhot dur h. Barish ke din they to sab jgah pani kichad rhta hi h. Aap to jante hi ho m sex ki kitni bhuki hu. Ek din hm dono subh 8 bje nikle driver k saath farmhouse smbhalne. Vha jaakr hmne thoda baate vgera ki fr hmne pool ki sfai ka plan bnaya. M aage chal rahi thi meri saas mere picchr thi achanak unka pair slip hua or voh gir gyi. Mne jldi s driver ko bulaya. Hmne unhe gadi m dala or mne driver s kha tum inhe phle hospital lekr jaao m yha dekh lungi. Drive unhe lekr nikl gya. Ab m akeli thi to mere mind m aaya q na nude rha jaaye aaj. Dur dur tk koi h bhi nhi or charo tarf unchi diware h. To mne sb kpde uthare or sirf panty pehn k pool saaf krne chal padi. Itne m driver ka call aaya ki badi malkin ko hospital m rkhna pdega aaj to mne kha tum unke saath hi rho meri tension mt lo. Ab m or bhi relax ho gyi thi. (अब हिंदी में)
जब मैं पूल साफ करने जा रही थी तो मैंने देखा एक जगह जमीन पर बड़ी चिटियों का झुंड है। मेरे मन में आया की क्यू ना चिटियों से मजे लिए जाएं। मैंने अपनी पैंटी उतारी और चूत में उंगली करने बैठ गई। चूत से जो थोड़ा पानी निकला उसे मैंने पूरी चूत पर फैला लिया। फिर मैं उन चिटियों पर चूत रख के बैठ गई। 2-4 मिनट बाद चिटियों ने मेरी चूत को सब तरफ से घेर लिया और मेरी चूत पे कम से कम 20-30 चीटियां चिपक गई और चूत को काटने लगी। मेरी चूत में इतना दर्द हो रहा था की मैं क्या बताऊं लेकिन आपको तो पता है मैं कितनी मादरचोद औरत हूं। सेक्स के लिए कुछ भी कर लेती हूं। मैं मस्त हुई जा रही थी। फिर मैंने अपने चूत के दोनो होंठ खोल दिए ताकि चीटियां अंदर तक मुझे मजा दे सके। मेरे मुंह से आआआआअह्हह sssssssss आआआअह्हह्ह जैसी आवाज़ें निकल रही थीं। मैं अपने बोबे दबा दबा के मस्त हो रही थी। फिर मैंने हाथ पर थूका और बोबे पर लगाया और 5-6 चीटियां उठा के बोबे पर छोड़ दी। चिटियों ने बोबो पर भी अपना काम दिखाना शुरू कर दिया। मुझे बहुत मजा आ रहा था। मैं बस आआह्हह उफ्फ sssssss आम्मम्मम्म आआम्मम्मम yeessss ssssss आआआअह्ह्ह काटो काटो और काटो आआआअह्ह्ह्ह जैसी आवाज कर रही थी। सारा फॉर्महाउस मेरी सिसकारियों से गूंज रहा था। माहोल बहुत सेक्सी हो गया था। 15-20 मिनट यही चलता रहा और फिर मैं एक जोरदार चीख के साथ कराहती हुई झड़ गई। मेरी चूत से बहुत सारा कामरस और सारी चीटियां उसमे डूब गई। बाकी चीटियां मेरी चूत पर चिपकी रहीं।मुझे बहुत सेक्सी और हार्नी फीलिंग आ रही थी। फिर मैंने सोचा चलो ऐसे ही पूल साफ कर देती हूं।
मैं पूल में गई थी वोह सुखा ही था। बारिश का बहुत थोड़ा सा पानी उसमे था। और फिर मैंने वहां बहुत सारे गिल (warm) देखे। Woww मैं तो और भी खुश हो गई और फिर चूत पसार के वहां बैठ गई। और गिल उतर kr चूत पे रख लिए। 8-10 गिल थे। जब वोह चूत पर चल रहे थे तो मेरा सारा बदन कांप उठा। चूत पर इतनी गुदगुदी हो रही थी की मेरी जोर जोर से हंसी निकल रही थी। और वही मेरी मादक आवाज़ें पूल में भी गूंजने लगी। बहुत ही कामुक माहोल बन गया था मेरी आवाजों से। मैं हस्ते हस्ते जमीन पर लेट गई। गिल मुझे और भी मस्ती दे रहे थे। मैंने सभी गिल को अपनी चूत से हटाया और चूत पर 10-15 जोरदार थप्पड़ लगाए जिससे मैं और भी चिहुक उठी। आआआअह्ह्ह् क्या एहसास था वोह। मैंने वापस गिल को चूत पर रखा और वही लेती रही। उनकी गुदगुदी की वजह से में एक बार और बहुत जोरदार तरीके से आआह्ह्हह ऊऊऊह्च करते हुए झड़ गई। मेरी वासना सातवे आसमान पर थी। मैं इतनी जोर से झड़ी की आंखों के आगे अंधेरा छा गया, होठों पर मादक मुस्कान दौड़ गई, चूत और भी ज्यादा गर्म हो गई। थोड़ी देर मैं यूंही पड़ी रही। फिर 1 घंटे बाद मैने देखा मेरी चूत फिर से नॉर्मल हो गई है और चुदने के लिए तयार भी। फिर मैं उठी और pvc पाइप लिया और उसे चूत के अंदर डाल लिया। और उससे डिल्डो की तरह अपनी चूत को खूब चोदा। 12-15 इंच चूत में डाल कर एक बार और झड़ी।
मैं अपनी महिला साथियों से कहना चाहूंगी कि कही भी कैसे भी सेक्स का मोका मिले कर डालो। यही जिंदगी है। और चिटियों के काटने से कोई भी खतरा नहीं होता है। थोड़ा लाल हो जाता है फिर वापस सही भी जो जाता है। ये मेरा खुद का अनुभव है।
तो कैसी लगी मेरी यह स्टोरी। ये स्टोरी नही बल्कि 100% रियल किस्सा है।
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